कार्बन के अपररूप (Allotropes of carbon in Hindi)

naveen

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Allotropes of carbon in Hindi

  • “किसी तत्त्व के दो या दो से अधिक रूप जो गुणधर्मों में एक दूसरे से पर्याप्त भिन्न होते है, अपररूप कहलाते हैं तथा इस गुण को अपररूपता कहते है ।”
  • प्रकृति में कार्बन तत्व विविध रूपों में पाया जाता है जिनके भौतिक गुण मिन्न-भिन्न होते है जैसे हीरा, ग्रेफाइट, फुलरीन इत्यादि | ये सभी कार्बन के परमाणुओं से बने होते है, कार्बन परमाणुओं के परस्पर आबन्धन के तरीकों के आधार पर ही इनमें अंतर होता है |

क्रिस्टलीय अपररूप –

  • “वह अपररूप जिसमें कार्बन परमाणु एक निश्चित व्यवस्था में व्यवस्थित रहते हुए एक निश्चित ज्यमिति से निश्चित बन्धकोण का निर्माण करते है, क्रिस्टलीय अपररूप कहलाते है” |

1. हीरा (Diamond) —


  1. हीरे में कार्बन का प्रत्येक कार्बन परमाणु कार्बन के चार अन्य परमाणुओं के साथ आबंधित होकर एक दृढ़ त्रिआयामी चतुष्फलकीय संरचना का निर्माण करता है|
  2. यह कार्बन का अतिशुद्ध रूप है |
  3. इसमें कार्बन-कार्बन के मध्य T दूरी I.54A होती हैं।
  4. ये विद्युत के कुचालक होते है क्योंकि की चारों संयोजकताएँ चार अन्य कार्बन परमाणुओं से जुड़ी होती है अतः मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होते है ।
  5. हीरे की संरचना में प्रबल सहसंयोजक बंधों का त्रिविम जाल होता है। अतः यह अत्यधिक कठोर होता है | हीरा आब तक का ज्ञात सर्वाधिक कठोर पदार्थ है।
  6. हीरे का गलनांक 3843 k होता है |
  7. कोयले की परतों पर चट्टानों का दाब पड़ने से हीरा पारदर्शक हो जाता है।
  8. शुद्ध कार्बन को अत्यधिक उच्च दाब एवं ताप पर ‘उपचारित (subjecting) करके हीरे को संश्लेषित किया जा सकता है।

हीरे का उपयोग (Uses of Diamond)

  • कांच को काटने में कटर के रूप में |
  • चट्टानों एवं पत्थर काटने की मशीन में इसका उपयोग होता है।
  • फोनोग्राम की सुई बनाने में |
  • कई रत्नों, आभूषणों के निर्माण में हीरे का उपयोग होता है।

2. ग्रेफाइट (Graphite)


ग्रेफाइट ग्रेफो शब्द से बना है जिसका अर्थ होता है लिखना, हमारी लिखने वाली पेन्सिल में ग्रेफाइट ही होता हैं ।


  1. ग्रेफाइट में कार्बन का प्रत्येक परमाणु कार्बन के तीन अन्य परमाणुओं के साथ एक ही तल में बन्ध बनाते § षट्कोणीय वलय संरचना बनाते है। इनमें से एक बन्ध द्विबंधी होता है। जिससे कार्बन की संयोजकता पूरी होती है |
  2. ग्रेफाइट की संरचना में षट्कोणीय तल एक दूसरे के. ग्रेफाइट के उपयोग उपर व्यवस्थित होकर परत संरचना का निर्माण करते हैं |
  3. दो परतों के मध्य दुर्बल बन्ध होने तथा उनके मध्य दूरी अधिक होने से एक परत दूसरी पर फिसल सकती है | यही कारण है कि ग्रेफाइट को शुष्क स्नेहक के रूप में प्रयुक्त करते हैं।
  4. मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति एवं दो परतों के मध्य उपस्थित स्थान के कारण ग्रेफाइट विद्युत का सुचालक होता हैं ।
  5. ग्रेफाइट काले धूसर रंग का मुलायम पदार्थ होता है |
  6. ग्रेफाइट चिकना तथ फिसलनशील पदार्थ होता है |
  7. यह चमकीला पदार्थ होता है |

ग्रेफाइट के उपयोग


1. ग्रेफाइट पेंसिल में प्रयुक्त होता हैं ।
2. शुष्क स्नेहक के रूप में काम आता है।
3. इलेक्ट्रॉड बनाने के काम आता है।
4. लोहे की वस्तुओं पर पॉलिश करने में काम आता है।
5. नाभिकीय परमाणु भट्टी में मंदक के रूप में काम आता है।

3. फुलरीन (Fullerene)

  1. फुलरीन की संरचना एक फुटबाल की तरह होती है।
  2. अमेरिका के प्रसिद्ध वास्तुकार बकमिन््सटर फुलर के नाम पर इसका नाम फुलरीन रखा गया ।
  3. फुलरीन के अणु में 60, 70 या अधिक कार्बन परमाणु भी पाए जाते है।
  4. सर्वाधिक स्थायी फुलरीन है जिसे बकमिन््सटर फुलरीन (Buckminster Fullerene) भी कहते है |
  5. C60 की संरचना में 32 फलक होते हैं जिसमें 20 फलक षट्कोणीय तथा 42 फलक पंचकोणीय होते हैं । इसकी संचरना फुटबॉल के
  6. समान होती है अत: इसे “बकीबॉल” भी कहा जाता है।
  7. C60 विद्युत का कुचालक होता है एवं कार्बन-कार्बन बंध लम्बाई 1.40A होती है।
  8. फुलरीन गोल गुम्बद के समान लगते है।


फुलरीन के उपयोग

  1. प्राकृतिक गैस के शुद्धिकरण में ।
  2. आण्विक बेयरिंग में |
  3. उच्च ताप पर अतिचालक होने के कारण तकनीकी रूप से यह कार्बन का महत्वपूर्ण अपररूप है|

Allotropes of carbon in Hindi FAQ –


1. मेथेन में बन्ध कोण का मान होता है
(क) 109°28
(ख) 120°
(ग) 180°
(घ) 105°

उत्तर ⇒ { (क) 109°28 }

2. C5H10 हाइड्रोकार्बन है
(क)
(ख) पेन्टीन
(ग) पेन्टाइन
(घ) पेन्टा डाइईन

उत्तर ⇒ { (ख) पेन्टीन }

3. फ्रियॉन-11 का अणुसूत्र है
(क) CFCl3
(ख) C2F2Cl4
(ग) CF2Cl2
(घ) C2F4Cl

उत्तर ⇒ { (क) CFCl3 }

4. प्राकृतिक रबर किसका बहुलक होता है ?
(क) नियोप्रीन
(ख) 1,3-ब्युटाडाइईन
(ग) आइसोप्रीन
(घ) ब्युना–N

उत्तर ⇒ { (ग) आइसोप्रीन }

5. कार्बन का कौनसा अपररूप विद्युत का सुचालक होता है?
(क) हीरा
(ख) ग्रेफाइट
(ग) फुलरीन
(घ) कोक

उत्तर ⇒ ???????

प्रश्न 1. एल्केन, एल्कीन एवं एल्काइन श्रेणी का सामान्य सूत्र लिखिए।
उत्तर- एल्केन CnH2n+2, एल्कीन CnH2n, एल्काइन CnH2n-2

प्रश्न 2. हाइड्रोकार्बन कौनसे दो तत्वों से निर्मित होते हैं ?
उत्तर- , कार्बन तथा हाइड्रोजन तत्वों से निर्मित होते हैं।

प्रश्न 3. IUPAC का पूरा नाम लिखिए।
उत्तर- IUPAC का पूरा नाम International Union of Pure and Applied Chemistry (शुद्ध एवं अनुप्रयुक्त रसायन का अन्तर्राष्ट्रीय संघ) होता है।

प्रश्न 4. वल्कनीकरण की परिभाषा दीजिए।
उत्तर- प्राकृतिक रबर की गुणवत्ता, तनन सामर्थ्य एवं प्रत्यास्थता बढ़ाने के लिए इसे सल्फर (S) के साथ गर्म करते हैं, इस प्रक्रिया को वल्कनीकरण कहते हैं ।

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