वाष्पीकरण (Evaporation) Evaporation Kya Hota Hai
- वह प्रक्रिया जिसके द्वारा द्रव या ठोस अवस्था का जल गैस या जलवाष्प में बदलता है। वायुमण्डल को आर्द्रता वाष्पीकरण द्वारा ही प्राप्त होती है । अतः जिस प्रक्रिया द्वारा जल में बदलता है वह वाष्पीकरण है । वाष्पीकरण की मात्रा तथा तीव्रता वायु की गति, तापक्रम तथा शुष्कता पर निर्भर करती है । स्थल की अपेक्षा सागरों पर वाष्पीकरण अधिक होता है । एक ग्राम बर्फ को पानी में बदलने के लिए 79 कैलोरी की आवश्यकता होती है तथा एक ग्राम पानी को वाष्प में बदलने के लिए 607 कैलोरी की आवश्यकता होती है ।
- महाद्वीपों पर सर्वाधिक वाष्पीकरण 10° उत्तर से 10° अक्षांशों में तथा महासागरों पर सर्वाधिक वाष्पीकरण दोनों गोलार्द्ध में 10° से 20° अक्षांशों के मध्य होता है । उच्च अक्षांशों की ओर वाष्पीकरण की मात्रा क्रमशः घटती जाती है।
- वाष्पीकरण हर जगह पर समान नहीं होता । वाष्पीकरण की मात्रा मुख्य रूप से (1) ( 2 ) वायु की शुष्कता (3) जल क्षेत्र का विस्तार (4) बादल (5) पवन का आदि पर निर्भर करती है।
वाष्पीकरण (Evaporation या Evaporation) FAQ –
01. वाष्पीकरण (Evaporation या Evaporation) किसे कहते हैं?
- उत्तर- वाष्पीकरण वह प्रक्रिया है, जिसमें कोई तत्व या यौगिक गैस अवस्था में परिवर्तित होता है। रसायन विज्ञान में द्रव से वाष्प में परिणत होने कि क्रिया ‘वाष्पीकरण (Vaporization या vaporisation) कहलाती है।
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